-उपासना बेहार
आज बहुत दिनों बाद अचानक एक पुरानी सहेली से मेरी मुलाकात हुई। कालेज में हम साथ पढ़ते थे। हमारा एकदूसरे के घर बहुत आना जाना था। वह पढ़ने में बहुत होशियार थी। हमेशाप्रथम श्रेणी में पास होती थी। उसका जनरल नालेज भी बहुत ही अच्छा था। वो कॉलेज खत्म करने के बाद प्रतियोगिता परिक्षा देना चाहती थी। हमेशा इसी को लेकर बात करती थी कि कैसे इस मुकाम को पाऊ। उसके बडे बड़े ख्वाब थे। हमने अपना कालेज खत्म किया और मै आगे की पढ़ायी के लिए दूसरे शहर चली गई और उसके बाद आज करीब चार साल बाद उससे यू अचानक मेरी मुलाकात हो गई।
0 Comments
Post a Comment